Hanuman Garhi – हनुमान गढ़ी

Hanuman Garhi – हनुमान गढ़ी      यदि हिन्दू धर्म में देवताओं की बात करते हैं तो हनुमान जी नाम आना स्वाभाविक है। वैसे भारतवर्ष में हनुमानजी के मन्दिर तो बहुत है, लेकिन Hanuman Garhi में दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर का ज्यादा महत्व है। हनुमान मंदिरों में कुछ प्रमुख हनुमान मंदिर के बारे में आज हम … Read more

Pawan Dutika – पवन-दूतिका भाग 2

 पवन-दूतिका  अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जीवन परिचय :-       अयोध्या सिंह उपाध्याय का जन्म 15 अप्रैल, सन् 1865 ई को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद नामक स्थान में हुआ था। इनके पिता का नाम पंडित भोला सिंह उपाध्याय था । 5 वर्ष की अवस्था में फारसी के माध्यम से उनकी शिक्षा प्रारंभ … Read more

Pawan Dutika – पवन दूतिका

                         पवन-दूतिका  अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जीवन परिचय :-              अयोध्या सिंह उपाध्याय का जन्म 15 अप्रैल, सन् 1865 ई को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद नामक स्थान में हुआ था। इनके पिता का नाम पंडित भोला सिंह … Read more

Gangavataran – गंगावतरण की व्याख्या

  Gangavataran – गंगावतरण की व्याख्या गंगावतरण:- “गंगावतरण” नामक शीर्षक से रचित खंडकाव्य ‘जगन्नाथ दास रत्नाकर जी’ ने सगर-पुत्रों के उद्धार के लिए महाराजा ‘भागीरथ‘ की तपस्या के परिणाम स्वरूप गंगा के पृथ्वी पर आगमन का सुंदर वर्णन किया है निम्नलिखित छंदों में गंगा के आकाश से पृथ्वी की ओर तीव्र गति से आने एवं … Read more

Meghdoot Shlok 26 to 30

                        Meghdoot-shlok   पूर्वमेघ श्लोक 26 से 30 तक व्याख्या –   पूर्वमेघ की कहानी:- यक्ष अपनी प्रियतमा की स्मृति से शोकाकुल होकर बहुत अधीर हो गया है- यक्ष के कामातुर होने से उसे चेतन और अचेतन की सुध ना रही। यक्ष मेघ से … Read more

Udhav Prasang Part-3

                        Uddhav-Prasang जगन्नाथ दास रत्नाकर- महाकवि रत्नाकर जी का जन्म 1966 ईस्वी में काशी के एक प्रतिष्ठित वैश्य परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम पुरुषोत्तम दास था । जो भारतेंदु हरिश्चंद्र जी के परम मित्र थे । उनकी मृत्यु हरिद्वार में 21 … Read more

Rigved – ऋग्वेद में सृष्टि रचना का प्रमाण

  ॠग्वेद संहिता का परिचय ऋग्वेद( Rigved ) शब्द में ॠच् या ॠक् का अर्थ है – स्तुति परक मंत्र। “ॠच्यते स्तुयतेऽनया इति ॠक्।” जिन मित्रों के द्वारा देवों की स्तुति की जाती है उन्हें ॠचा कहते हैं । वैदिक साहित्य का सबसे प्राचीन और प्रथम ग्रंथ का नाम ऋग्वेद है । ऋग्वेद में अनेकों … Read more

संस्कृत नाट्य साहित्य

          संस्कृत नाट्य साहित्य की उत्पत्ति एवं विकास   कथा और आख्यायिका – संस्कृत नाट्य साहित्य में कथा और आख्यायिका के नाम से कथा साहित्य का विपुल भंडार है। इन दोनों विधाओं में मूल तत्व एक ही है। अंतर केवल एक ही है प्रस्तुतीकरण का। संस्कृत के सुप्रसिद्ध कथाकार दंडी ने … Read more

Meghdoot shlok 21 to 25

                          Meghdoot-shlok   पूर्वमेघ श्लोक 21 से 25 तक व्याख्या – पूर्वमेघ की कहानी:-                  यक्ष अपनी प्रियतमा की स्मृति से शोकाकुल होकर बहुत अधीर हो गया है- यक्ष के कामातुर होने से उसे चेतन और अचेतन … Read more

BREAKING NEWS UP TGT PGT EXAM DATES

 BREAKING NEWS UP TGT PGT EXAM IN APRIL MONTH ब्रेकिंग न्यूज: अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी, पीजीटी, असिस्टेंट प्रोफेसर का एग्जाम कराए जाने को लेकर प्रस्तावित तिथियां व निर्धारित पदों की संख्या शिक्षा सेवा चयन आयोग यूपी टीजीटी पीजीटी परीक्षा अप्रैल माह में करने की तैयारी कर रहा है  शिक्षा सेवा चयन आयोग … Read more