Dr. APJ Abdul Kalam

Dr. APJ Abdul Kalam :-                 मिसाइलमैन एवं जनता के राष्ट्रपति के रूप में प्रसिद्ध डॉ० ए०पी० जे० अब्दुल कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है। इनका जन्म 15 अक्टूबर, 1931 ई० को तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम् जिले के धनुषकोडी गाँव में हुआ था। इनके … Read more

kaikeyi Ka Anutap – कैकैयी का अनुताप

 अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी । आंचल   में  है  दूध और आंखों में पानी । मैथिलीशरण गुप्त का जीवन-परिचय :–             उपर्युक्त दो पंक्तियां हिंदी काव्य की अमर निधि हैं- यह पंक्ति राष्ट्र कवि मैथिली शरण गुप्त द्वारा रचित है। Kaikeyi Ka Anutap के रचयिता मैथिलीशरण गुप्त का जन्म … Read more

Pawan Dutika – पवन-दूतिका भाग 2

 पवन-दूतिका  अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जीवन परिचय :-       अयोध्या सिंह उपाध्याय का जन्म 15 अप्रैल, सन् 1865 ई को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद नामक स्थान में हुआ था। इनके पिता का नाम पंडित भोला सिंह उपाध्याय था । 5 वर्ष की अवस्था में फारसी के माध्यम से उनकी शिक्षा प्रारंभ … Read more

Pawan Dutika – पवन दूतिका

                         पवन-दूतिका  अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जीवन परिचय :-              अयोध्या सिंह उपाध्याय का जन्म 15 अप्रैल, सन् 1865 ई को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के निजामाबाद नामक स्थान में हुआ था। इनके पिता का नाम पंडित भोला सिंह … Read more

Gangavataran – गंगावतरण की व्याख्या

  Gangavataran – गंगावतरण की व्याख्या गंगावतरण:- “गंगावतरण” नामक शीर्षक से रचित खंडकाव्य ‘जगन्नाथ दास रत्नाकर जी’ ने सगर-पुत्रों के उद्धार के लिए महाराजा ‘भागीरथ‘ की तपस्या के परिणाम स्वरूप गंगा के पृथ्वी पर आगमन का सुंदर वर्णन किया है निम्नलिखित छंदों में गंगा के आकाश से पृथ्वी की ओर तीव्र गति से आने एवं … Read more

Udhav Prasang Part-3

                        Uddhav-Prasang जगन्नाथ दास रत्नाकर- महाकवि रत्नाकर जी का जन्म 1966 ईस्वी में काशी के एक प्रतिष्ठित वैश्य परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम पुरुषोत्तम दास था । जो भारतेंदु हरिश्चंद्र जी के परम मित्र थे । उनकी मृत्यु हरिद्वार में 21 … Read more

Uddhav Prasang Part-2

                     Uddhav-Prasang जगन्नाथ दास रत्नाकर- महाकवि रत्नाकर जी का जन्म 1966 ईस्वी में काशी के एक प्रतिष्ठित वैश्य परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम पुरुषोत्तम दास था । जो भारतेंदु हरिश्चंद्र जी के परम मित्र थे । उनकी मृत्यु हरिद्वार में 21 जून 1932 … Read more

Udhav prasang – Part-1

                      उद्धव प्रसंग    जगन्नाथ दास रत्नाकर-  प्रस्तुत पद्यांश उद्धव शतक से udhav Prasang नामक शीर्षक द्वारा हमारी पाठ्य पुस्तक में लिखा गया है। महाकवि रत्नाकर जी का जन्म 1966 ईस्वी में काशी के एक प्रतिष्ठित वैश्य परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम … Read more

Yamuna chhavi

                YAMUNA CHHAVI    तरनि-तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाये।  झुके कूल सों जल परसन हित मनहुँ सुहाये ।।  किधौं मुकुर मैं लखत उझकि सब निज-निज सोभा।  कै प्रनवत जल जानि परम पावन फल लोभा।।  मनु आतप वारन तीर कौ सिमिटि सबै छाये रहत।  के हरि सेवा हित … Read more

Prem Madhuri

                             प्रेम-माधुरी    भारतेंदु हरिश्चंद्र  –  भारतेंदु हरिश्चंद्र अनेक भाषाओं में कविता करते थे परंतु ब्रजभाषा में इनका अलौकिक अधिकार था। जिसमें श्रृंगार रचना करने में यह सिद्ध हस्त कवि थे । केवल प्रेम को आधार बनाकर उनकी रचनाओं के सात संग्रह … Read more