संज्ञा सूत्र
Varn Vichar-वर्ण विचार
Varn Vichar-वर्ण विचार वर्ण विचार में वर्णन के भेद के बारे में जानेंगे। स्वर :- स्वर का अर्थ है, ऐसा वर्ण जो स्वंय उच्चारित हो सके, जिसको अन्य वर्ण से मिलने की अपेक्षा न हो । उसे स्वर कहते है। स्वर तीन प्रकार … Read more
Pratyahar-प्रत्याहार
Pratyahar-प्रत्याहार माहेश्वर सूत्रों से pratyahar बनाने के लिए कुछ नियमों का पालन करना होता है । प्रत्याहार बनाने के लिए आदिऽन्त्येन सहेता सूत्र से 42 प्रत्याहार बनाते हैं । अन्तिम इत्संज्ञक वर्णों के साथ आदि वर्ण को लेकर प्रत्याहार का निर्माण करते हैं , और वर्णों की … Read more
Maheshwar Sutra- माहेश्वर सूत्र- Sanskrit Vyakaran
Maheshwar Sutra- माहेश्वर सूत्र-Sanskrit -Vyakaran पाणिनि सूत्र/ शिव सूत्र/ शिव सूत्र जाल :- चौदह सूत्र माहेश्वर सूत्र हैं । इन माहेश्वर सूत्रों से अणादि 42 प्रत्याहारों की रचना होती है। माहेश्वर सूत्र शंकर के डमरू से ध्वनित हुए हैं इसलिए इन चौदह सूत्रों को माहेश्वर सूत्र कहते हैं। भगवान शंकर का अपर नाम … Read more
संज्ञा प्रकरण संस्कृत-Sanskrit Sandhi
संज्ञा प्रकरण संस्कृत– Sanskrit Sandhi सम्प्रसारण संज्ञा सूत्र—इग्यणः सम्प्रसारणम् ( 1/1/45 ) सूत्रार्थ—यण् का अर्थात् य,र,ल,व के स्थान पर इक् अर्थात् इ,उ,ऋ,लृ हो जाना सम्प्रसारण कहलाता है । जहाँ-जहाँ भी सम्प्रसारण का उच्चारण हो , वहाँ-वहाँ यण् के स्थान पर इक् होना समझा जाय। संज्ञा … Read more
गुण संज्ञा-अदेङ् गुणः-Gun Sandhi
गुण संज्ञा सूत्र- अदेङ् गुणः ( 1/1/2 ) सूत्रार्थ—यह सूत्र गुण संज्ञा करने वाला सूत्र है । यह सूत्र गुण संज्ञक वर्णों को बताता है । अत् एङ् च गुणसञ्ज्ञः स्यात् ह्रस्व अकार और एङ् ( अ, ए, ओ … Read more
Vriddhi sangya Sutra – वृद्धि संज्ञा सूत्र
वृद्धि संज्ञा सूत्र- वृद्धिरादैच् (1/1/1) सूत्रार्थ- यह सूत्र वृद्धि संज्ञा करने वाला सूत्र है । यह सूत्र वृद्धि संज्ञक वर्ण के बारे में बताता है । वृद्धिः आत् ऐच् = वृद्धिरादैच् । वृद्धि वर्ण आत् और ऐच् है । अर्थात् आ, ऐ, और औ वर्ण वृद्धि संज्ञक वर्ण … Read more