Dwarika Nagari – डूबी द्वारिका नगरी…?? यह रहस्य जानकार होश उड़ जायेंगे आपके…

Dwarika Nagari

Dwarika Nagari श्री कृष्ण की नगरी Dwarika Nagari ( द्वारिका नगरी) महाभारत युद्ध के 36 वर्ष पश्चात समुद्र में डूब जाती है। द्वारिका के समुद्र में डूबने से पूर्व श्री कृष्ण सहित सारे यदुवंशी भी मारे जाते है। समस्त यदुवंशियों के मारे जाने और द्वारिका के समुद्र में विलीन होने के पीछे मुख्य रूप से … Read more

Rishi Vashishth – महर्षि विश्वामित्र ने अपने गुरु के ऊपर ही चला दिया विनाशक दिव्य ब्रह्मास्त्र

महर्षि वशिष्ठ एक ऋषि है। इन्हें Rishi Vashishth के नाम से भी जाना जाता है। वैदिक काल के विख्यात ऋषियों में से ऋषि वशिष्ठ ऋषि थे। ऋषि वशिष्ठ सप्त ऋषियों में गिने जाते थे। महर्षि वशिष्ठ त्रिकालदर्शी ऋषि थे। महर्षि वशिष्ठ राजा दशरथ के राजगुरु और श्रीराम के गुरु थे। वशिष्ठ का विवाह राजा दक्ष … Read more

Kedarnath Dham – केदारनाथ को क्यों कहते हैं -जागृत महादेव? कहानी रौंगटे खड़े कर देगी..

  एक बार एक शिव-भक्त अपने गांव से kedarnath Dham की यात्रा पर निकला। पहले यातायात की सुविधाएँ तो थी नहीं, वह पैदल ही निकल पड़ा। रास्ते में जो भी मिलता केदारनाथ का मार्ग पूछ लेता। मन में भगवान शिव का ध्यान करता रहता। चलते चलते उसको महीनो बीत गए। आखिरकार एक दिन वह केदार … Read more

महर्षि दधीचि की कहानी : इन्द्रदेव को लोकहित में दान दे दी अपनी अस्थियां

महर्षि दधीचि

श्मशान में जब महर्षि दधीचि के मांसपिंड का दाह संस्कार हो रहा था तो उनकी पत्नी अपने पति का वियोग सहन नहीं कर पायीं और पास में ही स्थित विशाल पीपल वृक्ष के कोटर में 3 वर्ष के बालक को रख स्वयम् चिता में बैठकर सती हो गयीं। इस प्रकार महर्षि दधीचि और उनकी पत्नी … Read more

Holi 2025 – होलिका दहन की विशेष रात्रि में क्या करें- 

Holi 2025

होली मनाने के पीछे की कहानी और जानिए होली मनाने की शुरुआत कैसे हुई :- हिंदू रीति-रिवाज से प्रेरित Holi 2025, दिवाली के बाद आने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह कुछ जगहों पर दो दिनों तक चलता है। जिसकी शुरुआत होलिका दहन से होती है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत … Read more

Meghdoot shlok – 31 to 35

Meghdoot shlok 31 to 35

 पूर्वमेघ की Meghdoot Shlok की कहानी में  यक्ष अपनी प्रियतमा की स्मृति से शोकाकुल होकर बहुत अधीर हो गया है- यक्ष के कामातुर होने से उसे चेतन और अचेतन की सुध ना रही। यक्ष मेघ से अपनी प्रियतमा तक संदेश पहुंचाने के लिए मेघ की सुन्दरता , मेघ के गुण, आदि का बखान करता है … Read more

Kashi Vishwanath

Kashi Vishwanath,

8काशी का मूल विश्वनाथ मंदिर बहुत छोटा था। Kashi Vishwanath मंदिर 17वीं शताब्दी में इंदौर की रानी अहिल्याबाई होल्कर ने इसे सुंदर स्वरूप प्रदान किया। कहा जाता है कि एक बार रानी अहिल्या बाई होलकर के स्वप्न में भगवान शिव आए। वे भगवान शिव की भक्त थीं। इसलिए उन्होंने 1777 में यह मंदिर निर्मित कराया। … Read more

Meghdoot – भौगोलिक परिचय

Meghdoot

मेघदूत में आए हुए भौगोलिक शब्दों का परिचय :- meghdoot में यक्ष अपनी प्रियतमा की स्मृति से शोकाकुल होकर बहुत अधीर हो गया है- यक्ष के कामातुर होने से उसे चेतन और अचेतन की सुध ना रही। यक्ष मेघ से अपनी प्रियतमा तक संदेश पहुंचाने के लिए मेघ की सुन्दरता , मेघ के गुण, आदि … Read more

Dr. APJ Abdul Kalam

Dr. APJ Abdul Kalam :-                 मिसाइलमैन एवं जनता के राष्ट्रपति के रूप में प्रसिद्ध डॉ० ए०पी० जे० अब्दुल कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है। इनका जन्म 15 अक्टूबर, 1931 ई० को तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम् जिले के धनुषकोडी गाँव में हुआ था। इनके … Read more

kaikeyi Ka Anutap – कैकैयी का अनुताप

 अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी । आंचल   में  है  दूध और आंखों में पानी । मैथिलीशरण गुप्त का जीवन-परिचय :–             उपर्युक्त दो पंक्तियां हिंदी काव्य की अमर निधि हैं- यह पंक्ति राष्ट्र कवि मैथिली शरण गुप्त द्वारा रचित है। Kaikeyi Ka Anutap के रचयिता मैथिलीशरण गुप्त का जन्म … Read more